इस स्वतंत्र दिवस आओ देश बचाएं

स्वतंत्रता दिवस सभी भारतवासियों के लिए एक बहुत ही खास दिन है क्योंकि इसी दिन सालों की गुलामी के बाद ब्रिटिश शासन से भारत को आजादी मिली थी

15 अगस्त सन् 1947 के दिन हमारा भारत आज़ाद हुआ था। पहले हम अंग्रेजों के गुलाम हुआ करते थे। उनके बढ़ते हुए अत्याचारों और क्रूरता से सारे भारतवासी प्रभावित हो गए और तब भड़की विद्रोह की ज्वाला और देश के अनेक वीरों ने अपनी जान कि बाज़ी लगाई अपने सीनों पर गोलियां खाईं और अंतत: में आजादी पाकर ही उन्होंने चैन कि सास ली। इस दिन हमारा भारत देश आज़ाद हुआ था इसीलिए इसे स्वतंत्रता दिवस कहते हैं। लेकिन क्या आपको लगता है कि हम आज पूरी तरह से स्वतंत्रत है?

सन 1947 में एक रुपया एक डालर के बराबर होता था जो वर्तमान में 82 रुपये प्रति एक डालर के बराबर का हो गया है। और आज़ादी के 77 साल बाद भी हम खेल खिलौने भी चीन के ही बने हुए इस्तेमाल करते है। थोक के भाव में इंजीनीयर पैदा करने वाले हमारे भारत देश में हमे रोज़मर्रा की चीज़े जैसे कि साबुन, शेम्पू, तेल, क्रीम, कपडे, पैन, घडी, मोबाईल, पानी की बोतल, चाय, काँफी, मैगी, कोकोला,, पेप्सी, thumbs up Horlicks, बोर्नविटा अचार का डिब्बा, नमक इत्यादि, इनमें से अधिकांश वस्तुऐं विदेशी ही होती है।

स्वास्थ के लिए हानिकारक है कोकाकोला

सॉफ्ट/कोल्ड ड्रिंक्स आजकल कि युवा पीढ़ी कि जीवनशैली का एक हिस्सा बन चुकी है। हम पौष्टिकता के बजाए स्वाद के इतने ज्यादा अधीन हो चुके है कि सॉफ्ट ड्रिंक्स से होने वाले Side effects कि तरफ कभी ध्यान ही नही दे पाते। युवा पीढ़ी तो ताज़ा फल या फलों के जूस के मुक़ाबले में सॉफ्ट ड्रिंक्स या फिर सोडा पीना ज़्यादा पसन्द करती है वह इस बात से बिल्कुल अनजान है कि ये धीमा ज़हर ना सिर्फ धीरे-धीरे उनकी बॉडी को खोंकला कर रहा है बल्कि डायबिटीज, मोटापा, अस्थमा, ह्रदयरोग, दांतों की समस्या वगैरह कई सारी बीमारियों को न्योता भी दे रहा है।

अगर हम कोल्ड ड्रिंक्स कि बजाए ये हेल्दी व देसी ड्रिंक पिए तो ये हमे बहुत फायदा देती है।

मैंगो मिंट से बनी लस्सी गर्मी में आपको एकदम फ्रेश रखेगी।

छाछ इसको पीने से पेट की जलन और Acidity तुरंत दूर हो जाती है। यदि आप घर का बना मंठ्ठा पीते हैं तो ये स्वादिष्ट होने के साथ-साथ आपका वज़न कम करने में भी बहुत लाभकारी होता है और इसको पीने से डाइजेस्टिव सिस्टम भी एकदम ठीक रहता है।

गुलाब का शर्बत बनाकर पीने से पेट की जलन दूर हो जाती है। और यह शारीर को कूल रखता है जिससे पूरा दिन आपके शरीर में फुर्ती बनी रहती है।

बेल का शर्बत गर्मी के दिनों में इसे अमृत के समान माना जाता है। यह डायरिया को दूर करने में काफी मददगार साबित होता है। डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक रखने में इसकी बहुत बड़ी भूमिका रहती है और हमे लू से भी बचाता है।

लस्सी पीने में बहुत ही स्वादिष्ट होती है और साथ ही साथ हेल्दी भी होती है।

हेल्थ टॉनिक के नाम पर हॉर्लिक्स बेचती है विदेशी कंपनियां

दुनिया की कई सारी कंपनियां हमारे भारत देश में हेल्थ टॉनिक बेच रही है। जिनको वो लोग Health Tonic कहते है। उसपर वैज्ञानिको व डॉक्टरो का ये कहना है कि इनमें से एक भी टॉनिक हेल्थ नहीं देता है। जैसे कि बूस्ट, बोर्न वीटा, हॉर्लिक्स, कोम्प्लैन, प्रोटीन एक्स।

ये सब के सब भारत में Health tonic के नाम पर बेचे जाते है। इन सबसे जरा भी हेल्थ नहीं मिलती है। क्योंकि इनमे जो मिलाया जाता है इसमें कोई ऐसी बड़ी चीज नहीं है जो आपके बच्चे को ताकत देगा या इन्हें खाने से उनकी लम्बाई बढ़ जाएगी। और इस बात पर खास ध्यान रखियेगा कि इन सब Health tonic को बेचते समय वह यह कहकर बेचते है। कि फ़ूड सप्लीमेंट है यानी कि खाना पहले खाओ ताकत खाने से ही आयेगी, अगर ताकत खाने से आयेगी तो फिर इन सब चीजों को बेचने का क्या मतलब है?

स्वास्थ के लिए जानलेवा है जंक फूड, माल बेचने के लिए झूठ बोलती हैं सारी बड़ी कंपनियां

जंक फूड सेहत के लिए बहुत ज़्यादा हानिकारक होता है। तमाम जानकारों ने इसे एक नहीं बल्कि कई बार दोहराया है लेकिन इंडिया में जंक फूड बनाने वाली सारी कंपनियां अपना माल बेचने के लिए झूठ बोलती हैं। लेकिन अब इस बात का खुलासा हो चूका है और ये खुलासा सेंटर फॉर साइंस एंड environment यानी कि CSE ने किया है।

CSE के मुताबिक उन्होंने 16 junk food कंपनियों के उत्पादों कि जांच के बाद अपनी रिपोर्ट जारी कि  है। जिन-जिन कंपनियों की जांच की गई है उनमें से मैगी, टॉप रेमन, KFC, मैकडॉनल्ड्स और हल्दीराम समेत अनेक ब्रांडेड कंपनियां शामिल हैं।

रिपोर्ट में ये कहा गया है कि इनके उत्पादों में Trans fat, नमक और चीनी का स्तर मानकों से बहुत ज़्यादा होता है। लेकिन कंपनियां इन पर झूठी जानकारी ही देती हैं।
CSE कि डायरेक्टर जनरल Sunita narayan ने रिपोर्ट को जारी करते हुए ये कहा है। कि जंक फूड सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। लेकिन कंपनियां अपने Products के बारे में झूठा प्रचार करती रहती हैं। ऐसा करके ये सारी कंपनियां अपने consumers कि सेहत के साथ खिलवाड़ कर रही हैं।

इसीलिए दोस्तों आप मैगी की जगह पर ‘नमकीन सेवइयां’ बनाकर खा सकते है। यकीन मानिये ये आपको मैगी से ज़्यादा स्वादिष्ट लगेंगी और ये आपकी सेहत के लिए भी बहुत अच्छी होती है। तो फिर दोस्तों जब हमारा देसी खाना इतना ज़्यादा स्वादिष्ट होता है तो हम विदेशी खाना क्यों खाएं।

अभी भी वक्त है। दोस्तों अगर अभी भी हमने इस बात पर ज़्यादा ध्यान नहीं दिया तो भारत में फिर से आर्थिक गुलामी आ जायेगी। और भारत की अर्थव्यवस्था विदेशी कम्पनियों की गुलाम ना बन जाए, ऐसा होने से रोको कहीं ऎसा ना हो जाएं कि आने वाले टाइम में हमारी पीढी हमसे ये ना कहे कि जब विदेशी कम्पनियाँ हमारे देश को लूट रही थी तब तुम क्या कर रहे थे।

अगर सब कुछ ऐसा ही चलता रहा तो फिर एक दिन ऐसा आ जायेगा जब हमारे राजनेता वही सब करेंगें जो विदेशी कम्पनियाँ चाहेगीं। और हमारा मिडिया भी वही सब दिखायेगा जो विदेशी कम्पनियाँ कहेंगी और ऐसा होना तो शुरु भी हो गया है। अंग्रजों के समय में तो एक ही विदेशी कम्पनी थी East India Company जिससे मुक्ति दिलाते-दिलाते लाखों क्रान्तकारियों को अपने खून का बलिदान देना पड़ा।

आने वाली आर्थिक गुलामी से बचने का बस एक मात्र उपाय यही है की जितना हो सके स्वदेशी चीज़ों का प्रचार अपने जीवन में करें, और जितना भी सम्भव हो सके स्वदेशी वस्तुओं का ही इस्तेमाल करे तभी हमारे स्वतंत्र भारत का निर्माण हो सकता है।

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