राजस्थानी मिर्ची वड़ा – Rajasthani Mirchi Vada RECIPE In Hindi

पिछली जाड़े की छुट्टियों में हम राजस्थान घूमने के गए राजस्थान घूमने के साथ-साथ हम इस कोशिश में भी थे कि वहां के खास खाने-पीने के आइटम को चखा जाए राजस्थान में जो चीज़ हमें सबसे ज्यादा दिखाई दी वो था वहां का मिर्ची वड़ा (Mirchi Vada)। जयपुर हो या फिर जोधपुर हर स्नैक्स की दुकान पर मिर्ची वड़ा जरूर दिखता था। ये वहां पर वैसे ही पापुलर है जैसे की हमारे यूपी में समोसा और मुंबई में वड़ा पाव के नाम से जाना जाता है।

फिर भी हम शुरू में मिर्ची वड़ा खाने से से बच रहे थे वजह बिलकुल साफ थी, ये ‘मिर्ची’ वड़ा था। और मुझे बहुत तीखा पसंद नहीं है। फिर भी आखिरकार मेरे पति के जोर देने पर मैने मिर्ची वड़ा का स्वाद चख ही लिया।

हैरत की बात ये थी कि मिर्ची का बना होने के बावजूद ये उतना ही तीखा था जितना की कोई समोसा या फिर वड़ा पाव होता है। दरअसल मिर्ची वड़ा में इस्तेमाल होने वाली कोल्हापुरी मिर्ची शिमला मिर्च की तरह ही बहुत कम तीखी होती है।

और फिर इसके अंदर का बीज को निकाल दिया जाता है जिसकी वजह से तीखापन कम हो जाता है। दरअसल इस मिर्च का छिलका ही मिर्ची वड़ा की जान है।

समोसे और मुंबई के वड़े की तरह से ही मिर्ची वड़ा में  आलू मसाले की स्टफिंग की जाती है। इस स्टफिंग को भरने के लिए मिर्च के अंदर का बीज निकाल दिया जाता हैं। और एक बार फिर मुंबई वाले वड़े की तरह ही ही इसे भी बेसन में डुबोकर तल लिया जाता है। तो फिर आइए देखते हैं मिर्ची वड़ा बनाने के लिए किन-किन चीज़ो की जरूरत पडती है।

rajasthani mirchi vada

आवश्यक सामग्री – necessary ingredients – Mirchi Vada RECIPE

  • कोल्हापुरी मिर्च = 250 ग्राम
  • बेसन = 250 ग्राम
  • आलू = 400 ग्राम
  • राई = एक छोटा चम्मच
  • जीरा = एक छोटा चम्मच
  • लाल मिर्च पाउडर = एक छोटा चम्मच
  • गरम मसाला = एक छोटा चम्मच
  • आमचुर = एक छोटा चम्मच
  • कसूरी मेथी = आधा छोटा चम्मच
  • खाने वाला सोडा = एक चुटकी
  • नमक = स्वादनुसार
  • तेल  = तलने के लिए

विधि – How to make Rajasthani Mirchi Vada recipe

सबसे पहले तो आलू को धोकर उबलने के लिए रख दे जब तक की आलू उबलता है तब तक बेसन, लाल मिर्च पाउडर, खाने वाला सोडा और नमक को मिलाकर अच्छे से मोटा घोल बना।

मिर्ची वड़ा का घोल पकौड़ी के घोल से थोड़ा सा ही मोटा होना चाहिए अगर आपका घोल पतला हो गया तो फिर मिर्ची पर बेसन नहीं चढ़ेगा इसलिए तो घोल मोटा हो और खूब अच्छी तरह से फेंटा हुआ होना चाहिए बेसन के घोल को फेंटने के बाद पांच मिनट के लिए रख दे।

आलू उबल जाए तो फिर उसे ठंडा करके छील लें आलू को बारीक-बारीक फोड़ ले अब एक कड़ाही में तेल गर्म करके जीरा और राई डालकर चटकाएं।

अब इसमें गूंथे हुए आलू डालकर अच्छे से भूनिए आलू को लाल होने तक भूनिएगा गर्म मसाला और लाल मिर्च पाउडर को खूब अच्छे से मिलाकर गैस को बंद क रदे।

अब आलू का मिश्रण पूरा ठंडा होने पर अमचुर पाउडर और नमक को मिला लें नमक डालते समय इस बात का ख्याल रखिएगा की हमने बेसन में भी नमक डाला था इस में कसूरी मेथी भी मिलाइए और अब आलू का भरावन तैयार कर लें।

मिर्ची को धोकर सूती कपड़े से पोंछकर उसका सारा पानी सुखा लें अगर मिर्ची गीली रहेगी तो फिर बेसन पकड़ेगा नहीं।मिर्ची को बीच से चीरा लगाकर उसके अंदर के सारे बीज बाहर निकाल दें। अब सारी मिर्ची में आलू का ये मिश्रण खूब अच्छी तरह से भर दें।

अब एक कड़ाही में तेल गर्म होने के लिए रख दे तेल जब अच्छी तरह से गर्म हो जाए तो फिर एक मिर्ची लीजिए और इसे डंठल से पकड़िए और इसे पूरी बेसन में डुबोकर सीधे कड़ाही में डाल दें।

इसी तरह एक-एक करके सारी मिर्ची वड़ा को फ्राई कर ले एक बार में आप तीन से चार मिर्च वड़े तल सकते हैं। मिर्ची वड़ा तलते समय गैस की आंच मीडियम ही होनी चाहिए।

जब मिर्ची वड़े का बेसन का रंग हल्का गुलाबी सा होने लगे तो फिर उसे निकालकर टिशू पेपर पर रखकर इनका तेल सुखा लें।

लीजिएगा आपका गरमागर्म मिर्ची वड़ा बनकर बिलकुल तैयार है इस मिर्ची वड़ा को टमाटर की चटनी या फिर चाय के साथ खाएं। आपको जरूर बुहत मज़ा आएगा।

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