ईसबगोल खाने के बेमिसाल फायदे Isabgol ki Bhusi Khane ke Fayde

Isabgol ki Bhusi Khane ke Fayde इसबगोल के ऐसे फायदे और साइड इफेक्ट जो आप नहीं जानते होंगे। या जिन्हें जानने के बाद आप को बहुत सारे फायदे हो सकते हैं। भारत में इसबगोल बहुत ही पौष्टिक आहार माना जाता है। इससे मिलने वाले कुछ फायदे तो ऐसे हैं जो आपको शायद ही पता हो भारत के करीब-करीब हर घर में आपको यह उत्पाद अवश्य मिलेगा।

हो सकता है आपको इसका नाम कुछ अजीब सा लगे। लेकिन इतना जान लें इसके फायदे बहुत ज्यादा हैं अपने आप को तंदुरुस्त रखने के लिए हर दिन कई तरह से आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

आम तौर पर इसे कब्ज़ में काफी लाभदायक माना जाता है। यह बात तो आप सभी लोग जानते हैं कि पित हमारे शरीर में एक ऐसी जगह है जिसकी वजह से सारी बीमारियां हमें होती हैं।

इसका इस्तेमाल कब्ज़ में आराम के लिए किया जाता है। और इसे कब्ज़, अतिसार, दस्त व किडनी ब्लैडर के रोगों में भी दिया जाता है। आयुर्वेद में इसको शीतल, शांतिदायक व दस्त को साफ़ करने वाला कहा गया है।

इसबगोल में कुदरती तौर पर चिपचिपा पदार्थ पाया जाता है और यह जेल का निर्माण करता है यह जेल स्वाधीन और गंधहीन होता है।

अपने इसी गुण के कारण यह आंत को साफ करता है और पाचन को मजबूत बनाता है। यह किसी भी अन्य पोषक तत्व को सोखता नहीं है इस पर किसी भी डाइजेस्टिव एंजाइम का कोई भी असर नहीं होता है।

इसके अलावा आंत में मौजूद बैक्टीरिया और दूसरे नुकसान टॉनिक को भी सोख लेता है। साथ ही ये आंत की परत पर चिकनाहट भी लाता है।

कब्ज के उपचार में चिकित्सक पहले इसबगोल का उपयोग करने की सलाह देते हैं। इसबगोल में फाइबर काफी अधिक मात्रा में पाया जाता है और यह आंतों से पानी को अवशोषित करती है और ज़्यादा बल्क उत्पादन करता है। जो कि आंतों के संकुचन के कार्यों को उत्तेजित करता है। जिसकी वजह से दस्त का मार्ग आसान हो जाता है और इस तरह ये कब्ज को हटा देता है। रात को सोने से पहले एक स्पून इसबगोल और एक स्पून मिश्री का सेवन करें।

इसबगोल पानी की सामग्री को पाचन तंत्र से अवशोषित करता है। और बल्क पानी का निर्माण करता है जिससे मल सख्त हो जाता है। दूसरे ये आंतों को साफ करने का काम भी करता है जो कि संक्रमण के कारण सूक्ष्म जीवों को हटाने में काफी मदद करता है। केवल इसबगोल हल्के से मध्यम दस्त के लिए बहुत ही प्रभावी उपचार है।

benefits of isabgol bhusiलेकिन यह गंभीर दस्त व पेचिश में भी सहायक चिकित्सा के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। एक चम्मच इसबगोल और एक चम्मच मिश्री पाउडर को 50 मिलीलीटर पानी में मिलाएँ इसे दिन में तीन बार लें।

इसबगोल को चीनी के साथ मिलाकर खाने से सूखी खाँसी के लिए ये एक बहुत ही अच्छा प्राकृतिक उपचार है। इसबगोल की भूसी से बनी पुडिंग गले में खराश और शुष्क खाँसी को कम करने के लिए बहुत ही लाभकारी है।

इसबगोल में पाएं जाने वाले प्रकुतित तत्व कब्ज़ के साथ-साथ डायरिया में भी फायदा पहुंचाते है। अगर आप डायरिया से पीड़ित है तो इसे दही के साथ मिलाकर लें आपको अवश्य लाभ होगा।

कैसे करे सेवन

चार चम्मच इसबगोल को आठ चम्मच ताज़ा दही के साथ मिला लें। और भोजन के बाद खाएं अच्छे परिणाम के लिए इसका सेवन करें ये पेट में एक सुरक्षा कवच बनाता है।

इसके जरिए आप कई तरह के स्वास्थ संबंधित समस्याओं से निजात पा सकते हैं। महीने में 3 से 4 दिन सोने से पहले इसे गुनगुने पानी के साथ लें। इसकी मदद से आप खाने की इच्छा को नियंत्रित कर सकते हैं। क्योंकि यह क्लोन को साफ रखता है। ऐसे में भोजन के पाचन में भी यह काफी मददगार होता है। इसबगोल को पानी में मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें और इसमें नींबू का रस मिला दे फिर सुबह खाली पेट इसका सेवन करें।

इसबगोल फाइबर से युक्त होता है क्योंकि इसकी प्रकृति हाई ग्रोज़ को पिक होती है। ये कैलेस्ट्रोल को एब्जॉब करता है ये पेट और आंत पर टोक्सिंग पदार्थ के अत्यधिक जमाव को रोकता है।

साथ ही ये भोजन के फेट को एब्जॉब होने से भी रोकता है दिन में दो बार भोजन के तुरंत बाद इसबगोल का सेवन करें। फाइबर के कारण यह पाचन में मदद करता है ये पेट में मौजूद टोक्सिंग को साफ करता है और आंत में मौजूद मोमिंट को भी बढ़ाता है।

पाचन को बढ़ाने के लिए इसबगोल को बटर मिल्क के साथ भोजन के ठीक बाद लें। इसबगोल में प्राकृतिक जिलेटिन पदार्थ पाया जाता है शरीर में ग्लूकोस को और उसके टूटने को धीमा करता है यानी ग्लूकोस के सेवन को कम करने के साथ ही मधुमेह को भी नियंत्रित करता है पानी के साथ भोजन के तुरंत बाद ले इसबगोल।

इस में उच्च मात्रा में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर पाया जाता है। यह बवासीर से भी राहत दिलाता है रात को सोने से पहले पानी के साथ इसबगोल का सेवन करें।

ऐसा तब तक करें जब तक कि आपकी स्थिति में सुधार ना हो जाए। आमतौर पर यह आपको हर दुकान पर मिल जाएगा साथ ही आप इसे ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। क्योंकि आजकल इंटरनेट का जमाना है और सारी चीजें ऑनलाइन आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं।

इसबगोल कैप्सूल कभी ना खरीदे आप हमेशा नेचुरल इसबगोल ही खाएं बिना किसी फ्लेवर वाला प्राकृतिक इसबगोल ही खरीदें। ना कि टेस्ट के लिए अन्य पदार्थ वाला इसबगोल लेकर आए बाजार से किसी भरोसेमंद ब्रांड का ही इसबगोल खरीदें। क्योंकि यह चीजें प्राकृतिक होती हैं और जितनी नेचुरल और शुद्ध होंगी उतना ही कारगर साबित होंगी।

इसबगोल से कोई गंभीर एलर्जी या रिएक्शन शायद ही कभी होता हो। साइड इफेक्ट के मामले में यह काफी सुरक्षित माना जाता है हां इतना जरूर है कि इसका अत्यधिक सेवन कभी ना करें साथ ही हमेशा इसका सेवन पानी में भिगोकर ही करें क्योंकि ये बहुत ड्राइव होता है।

isabgol bhusi in hindi

वैसे तो इस से एलर्जी रिएक्शन नहीं होता है लेकिन अगर ऐसा हो तो आप फौरन डॉक्टर से सलाह लें। अगर आपको कभी अपेंडिक्स या पेट में ब्लॉकेज की समस्या रही हो तो डॉक्टर के परामर्श के बिना इसका सेवन कभी ना करें। गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन सुरक्षित माना जाता है लेकिन इसके लिए एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें।