हेलो दोस्तों आज मैं आपके साथ एक ऐसे टॉपिक के बारे में बात करुँगी। जिसके बारे में कॉर्न फ्लोर और कॉर्न स्टार्च को लेकर आपके जितने भी कंफ्यूज़न हैं वो सब दूर हो जाएंगे। क्यूंकि आज इस पोस्ट में आप इन दोनों के बीच के अंतर को जानेगे और इसका इस्तेमाल कैसे और कब किया जाता हैं और ये सब भी आप जानेगे।
क्यूंकि हम में से बहुत से लोगो को इस बात की जानकारी नहीं हैं, कि इनका इस्तेमाल क्यूँ करते हैं? कॉर्न फ्लोर या कॉर्न स्टार्च को रेसिपी में क्यूँ डाला जाता हैं और क्या ये दोनों अलग-अलग हैं, या एक ही हैं। तो आज ही आपकी प्रॉब्लम समझे खत्म हो गई। क्यूंकि जब आप इन दोनों के बारे में जान लेगे, तो आपको कभी भी कोई भी कंफ्यूज़न नही होगा। आप साथ में आप ये भी जानेगे, कि कॉर्न मील और अरारोट क्या होता हैं। क्या अरारोट भी कॉर्न स्टार्च तो नहीं हैं या फिर कॉर्न मील भी इसी का ही तो रूप नहीं हैं?
अक्सर हमे इन सब के बीच का अंतर नहीं पता होता हैं। जिसकी वजह से बहुत सी रेसिपीज़ खराब हो जाती हैं। इसलिए हमे इन सब के बीच के अंतर के बारे में जरूर पता होना चाहिए। जिससे हमारे द्वारा बनाया गया खाना या स्नैक्स खराब न हो, तो फिर चलिए जाने कॉर्न फ्लोर और कॉर्न स्टार्च के अंतर के साथ-साथ कॉर्न मील और अरारोट के बारे में भी।
हम सबसे पहले बात करेगे कॉर्न फ्लोर की, जिसको लेकर सभी कंफ्यूज़ रहते हैं, कि इसको कॉर्न स्टार्च या मक्के का आटा कहते हैं। लेकिन सबसे जरूरी बात ये हैं, कि कॉर्न फ्लोर और कॉर्न स्टार्च दोनों एक ही होते हैं। ये दोनों अलग-अलग नहीं हैं। इन दोनों के नाम भले ही अलग-अलग हैं। लेकिन ये दोनों चीज़े अलग-अलग बिलकुल भी नहीं हैं। आपका जो कॉर्न फ्लोर होता हैं, वही आपका कॉर्न स्टार्च भी होता हैं।
यूएस में कॉर्न फ्लोर को कॉर्न स्टार्च के नाम से जाना जाता हैं और इंडिया में इसको कॉर्न फ्लोर के नाम से ही जाना जाता हैं। इस वजह से इनके नाम अलग-अलग हैं। कॉर्न फ्लोर को आप मक्के का आटा समझने की गलती न करे। मक्के के आटे को कॉर्न मील और मेज़ फ्लोर कहते हैं। इसलिए ये सब चीज़े एक ही हैं। लेकिन कॉर्न फ्लोर और मेज़ फ्लोर ये दोनों चीज़े अलग-अलग हैं।
आपको इस बात को समझना बहुत जरूरी हैं, कि कॉर्न फ्लोर और कॉर्न स्टार्च ये दोनों एक ही चीज़ हैं। मेज़ फ्लोर और कॉर्न मील ये दोनों एक ही चीज़े हैं। कॉर्न फ्लोर और कॉर्न मील ये दोनों चीज़े अलग-अलग हैं।
कॉर्न फ्लोर या कॉर्न स्टार्च एक सफ़ेद रंग का एकदम बारीक पाउडर होता हैं। जो हमे कॉर्न (मकई) के एंडोस्पर्म से मिलता हैं। आपको कॉर्न फ्लोर बड़ी ही आसानी से मार्किट से मिल जाता हैं। ये आपको डिब्बे या पैकेट में मिलता हैं। कॉर्न स्टार्च को आप मकई का स्टार्च भी कह सकते हैं।
कॉर्न फ्लोर या कॉर्न स्टार्च का इस्तेमाल बहुत सी चाइनीज़ रेसिपी के साथ सूप और ग्रेवी में किया जाता हैं सूप और ग्रेवी में इसका इस्तेमाल गाढ़ा करने के लिए किया जाता हैं। क्यूंकि कॉर्न फ्लोर थिकनेस का काम करता हैं। इसी के साथ कॉर्न फ्लोर बाइंडिंग का भी काम करता हैं। जब आपको स्नैक्स बनाना होता हैं। तब आप इसमें कॉर्न फ्लोर डालते हैं।
इसी के साथ कुछ मिठाई बनाने में भी कॉर्न फ्लोर का इस्तेमाल किया जाता हैं। जब हमे स्नैक्स को क्रंची करना होता हैं। तब हम कॉर्न फ्लोर में पानी डालकर इसका घोल बनाते हैं और फिर इस स्नैक्स को इस घोल में डिप करके फिर स्नैक्स को ब्रेड क्रम्बस में डालकर फ्राई किया जाता हैं। जिससे स्नैक्स की ऊपर की लेयर एकदम क्रंची बनती हैं। कॉर्न फ्लोर गुलूटिन फ्री होता हैं। जिन लोगो को गुलूटिन से एलर्जी होती हैं। वो कॉर्न फ्लोर का इस्तेमाल बिना डरे कर सकते हैं।
कॉर्न फ्लोर आपको किसी भी सुपर मार्किट या जनरल स्टोर पर आपको आसानी से मिल जाएंगा। जब भी आप कॉर्न फ्लोर खरीदे तब आप उसकी एक्सपायरी डेट देखकर ही खरीदे। आप कॉर्न फ्लोर को किसी भी एयर टाइट कंटेनर में डालकर स्टोर कर सकते है। जब भी आपको कॉर्न फ्लोर का इस्तेमाल करना हैं। तब आप इसमें सूखा चम्मच डालकर निकाले गीले चम्मच का इस्तेमाल न करे।
अब मैं आपको मक्के के आटे के बारे में बताती हूँ। जिसको मेज़ फ्लोर और कॉर्न मील भी कहते हैं। कॉर्न मील बिलकुल फाइन पाउडर के रूप में नहीं होता है। ये थोड़ा सा दरदरा रहता हैं और इसका कलर पीला या फिर हल्का सा सफ़ेद रंग का होता हैं। मक्के के आटे से आप रोटी या कचौरी बनाकर खा सकते हैं। कॉर्न फ्लोर और कॉर्न मील दोनों ही कॉर्न से बने होते हैं।
कॉर्न फ्लोर जो होता हैं वो मक्के का छिलका उतारकर तब इसका पाउडर बनाया जाता हैं और कॉर्न मील को मक्के के दानो को सूखाकर पीसकर तब इसका आटा बनाया जाता हैं। अब मैं आपको अरारोट के बारे में बताउंगी। अगर आपके पास कॉर्न फ्लोर नहीं हैं। तब आप इसकी जगह पर अरारोट भी डाल सकते हैं। क्यूंकि अरारोट भी वही काम करता हैं, जो कॉर्न फ्लोर करता हैं।
अरारोट एक फायदेमंद पाउडर हैं क्यूंकि ये हर्बल पाउडर हैं। अरारोट में मिनिरल्स और विटामिन्स पाएं जाते हैं। अरारोट पाउडर के प्लांट की जड़ से बनाया जाता हैं और ये गुलूटिन फ्री होता हैं। ये देखने में सफ़ेद रंग का और फाइन पाउडर होता हैं। अरारोट को हम रसगुल्ला बनाने में भी इस्तेमाल करते हैं। अरारोट पाउडर में बहुत कम कैलोरी होती हैं। इसलिए ये वेट लोस में सहायक हैं। अरारोट का अपना कोई टेस्ट नहीं होता हैं।
इस तरह से आपने जाना कि कॉर्न फ्लोर और कॉर्न स्टार्च एक ही हैं और इसी के साथ आपने ये भी जाना, कि कॉर्न फ्लोर और कॉर्न मील एक नहीं हैं और अरारोट भी कॉर्न फ्लोर से एकदम अलग हैं। तो आज के बाद आप कभी इन चीज़ों को पहचाने में कंफ्यूज़ नहीं होगे। अरारोट खरीदते वक़्त आपको इस बात का ख्याल रखना हैं, कि आप इसको किसी अच्छी शॉप से और अच्छी ब्रेंड के ही खरीदे और साथ में इसकी एक्सपायरी डेट जरूर देख ले। क्यूंकि अरारोट में मिलावट बहुत होती हैं।
Image Source: Smartcookie95
Post Source: Cook With Parul