जानिए सुबह की धूप लेने के ऐसे दो तरीके जो देगे आपको चमत्कारिक फायदे Sun Charge Your Body In 2 Steps

हेलो दोस्तों आज आप इस पोस्ट में सुबह की धूप के फायदे के बारे में जानेगे और साथ में आप अपनी बॉडी को किस तरह से सूर्य से चार्ज कर सकते हैं। ये भी सीखेगे आज की बदलती लाइफ स्टाइल और शहरो में बंद कमरों में रहने की वजह से हम धूप नहीं ले पाते हैं। जबकि धूप लेना सभी के लिए अति आवश्यक हैं। क्यूंकि हमे बचपन से पढ़ाया जाता हैं, कि सूर्य की रौशनी में जीवन देने वाली शक्ति होती हैं। जब सूर्य की किरण धरती पर पड़ती हैं, तो पौधो पेड़ो में बदलने लगते हैं।

फूल खिलने लगते हैं और फल उगने लगते है,तो इसी तरह से जब हम सूर्य की रौशनी लेगे। तो ये हमारी बॉडी में जाकर हमारी शेल और टिशु का इलाज करने में यूज़ होती हैं। जिससे स्किन प्रॉब्लम, डायबिटीज़, सर्वाइकल, हाई ब्लड प्रेशर, थाइरोइड और जोड़ो का दर्द ये बिमारी जड़ से खत्म हो जाएँगी और वो भी बिना किसी मेडिसिन के सिर्फ सुबह की धूप लेने से।

अगर आप सूर्य को सुरक्षित समय पर आँखों से देखेगे, तो ये रौशनी आँखों के द्वारा हमारे दिमाग में पहुँच कर कोंसीट्रेशन और फोकस बढ़ाती हैं। जिससे हेडएक, डिप्रेशन, इनसोम्निया, टेंशन और माइग्रेन जैसी बड़ी से बड़ी बिमारी जड़ से खत्म हो जाती हैं। सूर्य की रौशनी एक नेचुरल मेडिसिन हैं। सूर्य किसी भी बीमारों को ठीक कर सकता हैं। जिसका उपयोग हज़ारो सालो से किया जा रहा हैं। पहले सूर्य की रौशनी का उपयोग सेनिको को गोली लग जाने पर इस घाव को भरने में किया जाता था। तब इस घाव को किसी भी दवाई से ठीक नहीं किया जाता हैं। बल्कि उस घाव को सूर्य की रौशनी दिखाई जाती थी। जिसकी वजह से वो घाव ठीक हो जाता था।

सूर्य का उपयोग नेचुरल एंटीसेप्टिक के रूप में किया जाता था। जो कीटाणु को नष्ट करके हमारी सुरक्षा करती हैं। आज के बदलते लाइफ स्टाइल में हमे सूर्य की धूप मिलती ही नहीं हैं। क्यूंकि हम बंद कमरों में रहते हैं। जहाँ सूर्य देखने को ही नहीं मिलता हैं। सूर्य की रौशनी ना लेने से हम डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं और हड्डिया कमज़ोर होने लगती हैं। जिसके वजह से जोड़ी में दर्द और सर्वाइकल और पीठ के दर्द जैसी बिमारी होने लगती हैं।

ये बिमारी अब बड़ो को ही नहीं बच्चो को भी होने लगी हैं। क्यूंकि उनको भी सूर्य को रौशनी नहीं मिल पा रही हैं। सूर्य की रौशनी ना मिलने की वजह से बच्चो की सीखने और याद करने की एबिलिटी कम होती जा रही हैं। सूर्य हमारी बॉडी के लिए बायोलॉजिकल जरूरत हैं। जिसको हमे जरूर लेना चाहिए सूर्य की रौशनी ना मिलने के कारण हमारी बॉडी के पार्ट जैसे स्किन, हार्ट, ओवरीज और पैंक्रियास बॉडी के ये पार्ट सही से काम नहीं कर पाते हैं।

जब बॉडी के पार्ट ही सही तरीके से काम नहीं करेगे। तो हमे बहुत सी बिमारी हो जाती हैं। जैसे पी सी ओ डी हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज ये सब बिमारी हो जाती हैं। सूर्य की धूप हमारी मेंटल हेल्थ के लिए भी बहुत जरूरी हैं। सुबह की धूप लेने से सेरोटोनिन बढ़ता हैं। ये एक होर्मोन्स हैं जो मूड को नियंत्रित करने और मन को खुश रखने का काम करता हैं। जिससे आप खुश रहते हैं। सूर्य की रौशनी हमारी इम्युनिटी को भी बढ़ाती हैं और ये ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाती हैं। जिससे बेड कोलेस्ट्रोल को कम होता हैं।

सुबह की धूप में विटामिन इ होता हैं और जब ये विटामिन इ हामरी बॉडी के अन्दर जाता हैं। तो हमारी सारी बीमारियाँ जड़ से खत्म हो जाती हैं। इतना ही नहीं ये आपको लंग कैंसर और स्किन कैंसर से भी बचाती हैं। ये मेटाबोलिज्म को इम्प्रूव करती हैं और डाइजेशन को भी ठीक रखती हैं। अब आप धूप लेने के दो पावरफुल तरीके जाने, कि आपको किस तरह से सूर्य की धूप लेना हैं। जिसको लेने से आपको कभी भी कोई भी मेडिसिन की जरूरत नहीं पड़ेगी।

सूर्य दर्शन (Sungazing) –

पहले आप ये जाने कि सनगेज़िंग होता क्या हैं? सनगेज़िंग में हल्के सूरज को आँखों से देखना होता हैं। हमारे ब्रेन में बहुत सारी शक्तियाँ होती हैं। लेकिन इस सारी शक्ति का हम उपयोग नहीं करते हैं। ऐसा क्यूँ होता हैं? क्यूंकि हमारे ब्रेन को सूर्य की रौशनी ही नहीं मिल पाती हैं। जिसकी वजह से हम अपनी सारी शक्ति का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। इसलिए हम बस अपने ब्रेन का दो से तीन परसेंट ही यूज़ कर पाते हैं। सूर्य की रौशनी हमारी ब्रेन के लिए इलेक्ट्रोसिटी की तरह हैं। अगर हमारे ब्रेन को ये इलेक्ट्रोसिटी मिल जाएँ, तो हमारा ब्रेन चमत्कार कर सकता हैं।

ऐसा कब होगा, जब हम सूर्य की रौशनी को लेगे। सूर्य की रौशनी जब हमारे ब्रेन में जाएँगी तो हमारी जितनी भी सोई हुई शक्तियां हैं। वो सब जाग जाएँगी। सनगेज़िंग किस तरह से होती हैं। येआँखों से होती हैं। पहले सूर्य की रौशनी हमारी आँखों में पहुंचेगी। उसके बाद दिमाग में। क्यूंकि आंखे हमारे दिमाग का हिस्सा है। आपको सनगेज़िंग किस तरह से करनी हैं। आपको आँखों से सूर्य को देखना हैं और आप ये सुबह सूर्योदय के पहले एक घंटे के दौरान और शाम को सूर्यास्त से पहले एक घंटे के दौरान करना हैं।

क्यूंकि इन दोनों वक़्त में कोई भी अल्ट्रावोइटेल किरणे नहीं होती हैं। आपको ध्यान रखना हैं। दोपहर के समय जब सूर्य बहुत ज़्यादा स्ट्रोंग होता हैं। तब आपको सनगेज़िंग नहीं करनी हैं। आपको सनगेज़िंग 15 से 20 मिनट करनी हैं और आप बीच-बीच में पलके झपका भी सकते हैं। आप जन सनगेज़िंग करे, तो कांटेक्ट लेंस या चश्मे का यूज़ ना करे और सनगेज़िंग को आपको सीधा खड़ा होकर नंगे पाँव करनी हैं। अगर आप सुबह सनगेज़िंग नहीं कर पाएं। तो शाम के वक़्त कर ले एक वक़्त जरूर करे।

अभी तो आपने सनगेज़िंग करने का तरीका सीखा और अब इससे होने वाले फायदे के बारे में जाने कि सनगेज़िंग को करने से आपको क्या लाभ मिलेगा? अगर आप लगातार तीन महीने सनगेज़िंग करेगे तो आपकी कंसंट्रेशन बढ़ जाएँगी। जिससे आपका मन शांत होगा और आप अच्छा फील करेगे। आपकी आई क्यूँ (IQ) बढ़ेगा सनगेज़िंग से आपकी आँखों की रौशनी बढ़ेगी।

आपकी नेगेटिविटी जाने लगेगी और आप हमेशा पॉजिटिव ही महसूस करेगे और सनगेज़िंग करने से आपका नशा भी छूट जाएंगा। नशा चाहे शराब का हो या फिर सिगरेट का इन चीज़ों का नशा भी बिना किसी दवाई से सनगेज़िंग करने से छूट जाएंगा। अब सूर्य की रौशनी लेने का दूसरा तरीका जाने।

सूर्य स्नान (SunBathing) –

आपको सूर्य स्नान किस तरह से करना हैं। आपको रोज़ आधे घंटे के लिए आपको अपने बॉडी को सूर्य की रौशनी दिखानी हैं। आपको ऐसी जगह पर सूर्य स्नान करना हैं। जहाँ सूर्य की रौशनी आप तक सीधा पहुंचे। आपको सूर्य के नीचे लेटना हैं और कम से कम कपड़ो के साथ आपको सूर्य स्नान करना हैं। सूर्य स्नान करने के लिए आप हल्के सफ़ेद रंग के कपड़े पहन सकते हैं और आपको सूर्य स्नान सुबह या शाम के वक़्त करना हैं। जब सूर्य की रौशनी ज़्यादा हो, मतलब दोपहर के समय नहीं करना हैं। क्यूंकि इस वक़्त सूर्य बहुत स्ट्रोंग होता हैं और सुबह, शाम के वक़्त सूर्य में तेज़ी कम होती हैं।

क्यूंकि आपको सूर्य की रौशनी लेनी हैं। सूर्य की गर्मी नहीं लेनी हैं। आपको सूर्य स्नान को 30 मिनट तक करना हैं पहले 15 मिनट आप शरीर के आगे के हिस्से को धूप दिखाएँ और फिर बाद के 15 मिनट शरीर के पीछे वाले हिस्से को धूप दिखाएं। आपको कमरे में भी सूर्य स्नान नहीं करना चाहिए। खुली हवा में आपको सूर्य स्नान करना हैं। सूर्य स्नान करते वक़्त सनस्क्रीन आपको नहीं यूज़ करनी हैं। क्यूंकि ये स्किन के लिए बहुत ही ज़्यादा हार्मफुल हैं। अब सूर्य स्नान के फायदे जाने।

क्यूंकि सूर्य स्नान हमारे अंदर की गंदगी को साफ़ करता हैं। ये हमारी अन्दर के बेक्टीरिया, फंगस, वायरस को नष्ट करती हैं। जिससे हमारा अन्दर का शरीर साफ़ होता हैं। जब आप सूर्य स्नान करते हैं। तो सूर्य की रौशनी आपकी स्किन पर पड़ती हैं और हमे उस वक़्त गर्म महसूस होता हैं। तब ये रौशनी हमारी स्किन के अंदर जाकर नसों में फ्लो हो रहे ब्लड में पहुंचती हैं।

फिर जो ब्लड हमारा गाढ़ा था और गन्दा था पहले ये उसको मोशन में लाती हैं। इस तरह से खून का दौरा बढ़ता हैं और खून में जमी गंदगी का भी दौरा बढ़ जाता हैं। अन्दर जमे क्लोट्स अपनी जगह छोड़ देते हैं। फिर यूरिन के द्वारा शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इस तरह से हमारा शरीर अन्दर से एकदम साफ़ हो जाता हैं। सूर्य स्नान स्किन के लिए भी बहुत ही फायदेमंद हैं।

क्यूंकि हमारी स्किन में बहुत सारे छोटे-छोटे पौर्स होते हैं। जो बंद हो जाते हैं। जिसकी वजह से स्किन की गंदगी बाहर निकल पाती हैं। जिसकी वजह से मुहांसे, पिम्पले और एक्ने जैसे प्रॉब्लम होती हैं। जब हम सूर्य स्नान करते हैं। तो सूर्य की रौशनी स्किन पर पड़ने से ये पौर्स को खोलती हैं। जिससे स्किन के अंदर की गंदगी बाहर निकलती हैं। जिससे हम बहुत सारी स्किन बीमारियों से बच सकते हैं और हमारी स्किन साफ़ रहती हैं।

सूर्य स्नान करने से हमारा मन खुश रहने लगता हैं। इसलिए आपको अपने घर की विंडो को खोलना हैं और पर्दों को हटाना हैं। जिससे सूर्य आपके घर में प्रवेश कर सके और आपको सूर्य की रौशनी मिल सके। इससे आपकी लाइफ पॉजिटिव हो जाएँगी और आपकी हड्डियां मज़बूत होगी। जब आप सूर्य स्नान करेगे तो अपने पेट को भी धूप जरूर दिखाएं। जिससे आपकी जठर अग्नि की शक्ति बढ़ जाएँगी। जिससे खाना जल्दी पचेगा। आपको रोज़ सूर्य स्नान करना हैं। इससे आप एकदम हेल्दी रहेगे।

Image Source: Boldsky Hindi

Post Source: Satvic Movement

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