Shankhpushpi Ke Fayde in Hindi आजकल देश में स्वदेशी दवाइयों को देसी नुस्खों को आजमाने का एक ट्रेन्ड सा चल रहा है। स्वदेशी उत्पादों और सोशल मीडिया पर लगातार की जा रही पोस्ट ने लोगों के दिलों दिमाग में स्वदेशी नुस्खे आजमाने की एक सोच पैदा कर दी है।
यह सोच सकारात्मक भी है क्योंकि इलाज के लिए अपनाए जाने वाले यह आयुर्वेदिक उपाय ना सिर्फ साइड इफेक्ट रहते हैं बल्कि यह बहुत अच्छे भी साबित हो रहे हैं।
आयुर्वेद में ऐसी कई सारी जड़ी बूटियों का वर्णन है जिस के उपयोग से बीमारियों को ठीक किया जा सकता है।
आज मैं आपको आयुर्वेदिक की एक ऐसी ही बूटी के बारे में बताने वाली हूं जिसे सदियों से बेहतरीन स्मरण शक्ति और अन्य बीमारियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
शंखपुष्पी का पौधा देखने में एकदम साधारण लगता है परंतु इसके फायदे बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है।
शंखपुष्पी के फायदे – shankhpushpi powder benefits
मस्तिष्क की गंभीर बीमारियों से लेकर बुखार, ब्लड प्रेशर वगैरह कई बीमारियों में शंखपुष्पी बहुत काम आता है। शंखपुष्पी के इस्तेमाल से अल्जाइमर जैसी बीमारी मैं भी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिले हैं।
शंखपुष्पी के फूल शंख की आकृति के होते हैं इसीलिए इसको शंखपुष्पी कहा जाता है। इसे शंख खुली, शंखपुष्पी, शीर पुष्पी शंखाहुली आदि नामों से भी जाना जाता है इस की 3 प्रजातियां पाई जाती हैं।
जिसे इसके फूल के आधार पर बांटा गया है शंखपुष्पी पर सफेद, नीले और लाल रंग के फूल होते हैं सफेद रंग वाले शंखपुष्पी के पौधे ही औषधि के योग्य माने जाते हैं।
इसकी पत्ती और तने को औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है शंखपुष्पी का सबसे ज्यादा असर मस्तिक से जुड़ी हुई समस्याओं में होता है।
दिमागी कमजोरी या सरदर्द – shankhpushpi powder – Shankhpushpi Ke Fayde
दिमागी कमजोरी, सरदर्द या कमजोर याददाश्त वगैरह की समस्या से छुटकारा पाने के लिए एक चम्मच शंखपुष्पी चूर्ण को सुबह व शाम मीठे दूध के साथ खाने से आराम मिलता है।
यह एकाग्रता बढ़ाता है और याद करने की क्षमता में भी वृद्धि करता है इसीलिए विद्यार्थियों के लिए यह श्रेष्ठ माना गया है।
तेज बुखार में Shankhpushpi for fever
कई बार तेज बुखार के कारण मस्तिष्क अपना संतुलन खोने लगता है। ऐसी स्थिति में शंखपुष्पी और मिश्री को बराबर मात्रा में मिलाकर एक-एक चम्मच दिन में तीन या चार बार पानी के साथ देने से लाभ होता है और इससे नींद भी बहुत अच्छी आती है।
उच्च रक्तचाप में – High blood pressure
उच्च रक्तचाप के रोगी को शंखपुष्पी का काढ़ा बना कर सुबह और शाम पीलाने से रक्तचाप सामान्य रहता है। काढ़ा बनाने के लिए 2 कप पानी में 2 चम्मच चूर्ण डालकर उबाल लें पकते-पकते जब पानी आधा कप रह जाए तो गैस को बंद कर दें और पानी के ठंडा होने पर छान कर पी लें इस काढ़े को तीन दिन तक पिएं फिर उसके बाद एक चम्मच रोज़ाना पानी के साथ लेना शुरू कर दें इसे रक्तचाप सामान्य होने तक बराबर लेतें रहें।
बच्चों के पेशाब के लिए Shankhpushpi for urineअगर बच्चे बड़े होने पर भी बिस्तर में पेशाब करने की आदत को नहीं छोड़ते। तो उनके लिए भी यह बहुत फायदेमंद है शंखपुष्पी के चूर्ण में आधा चम्मच शहद मिलाकर सुबह व शाम दूध के साथ खिलाने से इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
बालों के लिए
शंखपुष्पी बालों के जल्दी बढ़ने में भी बहुत मददगार साबित होता है।
शंखपुष्पी के फायदे शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में
शंखपुष्पी के फूलो से निकाले हुए अर्क मैं शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के गुण होते हैं इसीलिए शंखपुष्पी का सेवन शुक्राणुओं की कमी को दूर करने के लिए भी किया जाता है।
शंखपुष्पी के फायदे गर्भपात को रोकने के लिए
आयुर्वेद के बताएं अनुसार, गर्भाशय की कमजोरी की वजह से ही बार-बार गर्भपात होता हैं। इसीलिए गर्भाशय को मजबूत करने के और गर्भपात को रोकने के लिए 1.5 ग्राम शंखपुष्पी को 1.5 ग्राम अश्वगंधा पाउडर के साथ मिलाकर खाने से बार-बार होने वाले गर्भपात से पीड़ित महिलाओं को बहुत आराम मिलता है। इस उपाएं को तीन महीने तक करने के बाद ही गर्भधारण करने की सलाह दी जाती है।
शंखपुष्पी के इन सभी फायदों को जानने के बाद अब सवाल यह उठता है कि आखिर यह बेहतरीन जड़ी-बूटी मिलेगी कहाँ आयुर्वेदिक दवाइयों की दुकान, आयुष अस्पताल पर यह आपको बहुत ही आसानी से मिल जाएगा। इसीलिए अगर आपको अपनी मेमोरी पावर बढ़ानी हो तो दवाइयों के हाई डोज़ की जगह बरसों से आजमाया गए शंखपुष्पी के इन नुस्खे को आजमाएं।
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