Kulhad Tea Benefits उत्तर भारत के कई सारी जगहों पर आपने एक चीज को नोटिस किया होगा कि वहां पर लोग चाय को एक ख़ास तरह के मिट्टी के बर्तन में पीना पसंद करते हैं। जिसको कुल्हड़ कहा जाता है। और इसमें चाय पीते हुए इससे मिट्टी की भीनी-भीनी महक आती है। जो चाय को एक बहुत ही अच्छा फ्लेवर देती है।
ज्यादातर ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों में कुल्हड़ का बहुत ज्यादा प्रयोग किया जाता है। यहाँ के लोगों का कहना है की इसमें चाय पीने का एक अलग ही मज़ा होता है। उनका कहना है कि कुल्हड़ में चाय पीने से इसमें मिट्टी की खुशबू जुड़ जाती है।
जो चाय के फ्लेवर को और भी ज़्यादा बढ़ा देती है। यहाँ पर हम आपको बता दें की कुल्हड़ में चाय पीना बाकि अन्य तरीकों की तुलना में बहुत ही फायदेमंद होता है। कई सारे शहरों में दुकानों पर फोम, प्लास्टिक और स्टील के कपों का इस्तेमाल किया जाता हैं जिससे अनेक तरह के नुकसान होते हैं।
डिस्पोजल गिलास के नुकसान – disposable glass disadvantages
कई सारी जगहों पर देखा गया है कि दुकानों व शादियों में लोग चाय के लिए फोम के कप का ही प्रयोग करते हैं। ये Polystyrene से बने हुए होते हैं जो हमारे स्वास्थ के लिए काफी हानिकारक होता है।
जिस समय आप इसमें चाय डालते हैं। तो फिर इसके कुछ हानिकारक तत्व चाय में घुलकर पेट के अंदर चले जाते हैं। जिससे बाद में आगे चलकर आपको कैंसर की गंभीर बीमारी भी हो सकती है। फोम वाले कप में मौजूद स्टाइरीन से आपको कमज़ोरी थकान, अनियमित हार्मोनल बदलाव के अलावा और भी अनेक तरह की समस्याएं हो सकती हैं। इसीलिए इन कप में कभी भूल से भी चाय नहीं पीनी चाहिए।
स्टील और कांच के गिलास से नुकसान
अगर आप सड़क के किनारे बिकने वाली स्टील या कांच के गिलास में चाय पी रहे हैं। तो फिर जान लें की यह भी नुकसानदायक होते है। अगर इन कप को अच्छे से धोया नहीं गया हो तो फिर इसमें मौजूद बैक्टीरिया आपके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं।
अत्यधिक जगहों पर दुकान वाले कप को साफ़ करने के लिए गंदे पानी का प्रयोग करते हैं। और इस वजह से इनमें चाय पीने से इन्फेक्शन का खतरा काफी ज़्यादा बढ़ जाता है। इससे आपको डायरिया और फ़ूड पॉइजनिंग जैसी गंभीर बीमरियां भी हो सकती हैं। जबकि कुल्हड़ में चाय पीने से ऐसी किसी भी चीज़ का कोई खतरा नहीं रहता है।
कुल्हड़ इको फ्रेंडली होते हैं
प्लास्टिक और फोम के गिलास स्वास्थ के साथ हमारे पर्यावरण के लिए भी काफी ज़्यादा हानिकारक होते हैं। जबकि कुल्हड़ पूरी तरह से इको फ्रेंडली होते हैं। इसको आप जैसे ही नष्ट करते हैं वह कुछ ही दिन बाद मिट्टी में घुल-मिल जाता है।
कुल्हड़ के अन्य फायदे – kulhad tea benefits
मिट्टी के बर्तनों का स्वभाव basic होता है जिस वजह से ये बॉडी के एसिडिक स्वभाव में कमी लाते हैं। और इसके अलावा मिट्टी के कपों में और भी कई सारे गुण होते है। इसीलिए आप मिट्टी के कुल्हड़ में दूध, चाय और लस्सी कुछ भी पी सकते हैं कुल्हड़ में पीने कि वजह से इन सभी का स्वाद दोगुना हो जाता है।
कुल्हड़ में चाय पीने से हड्डिया काफी मज़बूत हो जाती है।
मिट्टी का होने की वजह से कुल्हड़ में Calcium भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो कि बॉडी में कैल्शियम की कमी को पूरा कर देता है।
मानसून के मौसम में कुल्हड़ में चाय पीने से शरीर में कोई भी बीमारी नहीं होती है।
कुल्हड़ में जो सूक्ष्म तत्व होते है वह बॉडी के लिए बहुत ही फायदेमंद होते है।
दोस्तों मेरा यकीन मनिएं कुल्हड़ में चाय पीने से स्वाद व पौष्टिकता दोनों ही बहुत ज़्यादा बढ़ जाते है।