arjun ki chaal ki chai यह आयुर्वेदिक चाय आपके शरीर की 100 बीमारियों को खत्म करने की ताकत रखती है। आप भी इस चाय को रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल करें।
फायदे – arjun ki chaal ki chai peene ke fayde
ये चाय हार्ट की कम से कम 100 बीमारियों में फायदेमंद होती है। खून को पतला करती है जैसा खून हमारी नसों में होना चाहिए ये उतना नॉर्मल कर देता है।
ये रक्त पित्त नाशक है और कफ नाशक भी है। जिनको नज़ला रहता है या मौसम बदलते ही छीके आने लग गई या नज़ला जुकाम लगा रहता है। उनके लिए भी ये चाय बहुत ही कारगर है।
जिनका लीवर फेटी है लीवर से संबंधित कोई भी प्रॉब्लम हो या फैटी लिवर हो उसको भी ये चाय ठीक कर देती है।
हमारे शरीर में जैसे नसे कमजोर हो जाती है तो ये शारीर की नसों को ताकत देती हैं। बहुत सी लेडीस हैं जो किचन में खड़े होकर काम करती हैं जिन महिलाओ को थोड़ी देर खड़े होने पर पैरों में दर्द होने लगता है। तो यह चाय उनके पैरों की नसों को बहुत ताकत देती हैं इस चाय को पीने से उनके पैरों में कभी दर्द नहीं होगा।
डायबिटिक लोगों के लिए भी यह बहुत फायदेमंद है लेकिन डायबिटिक लोगों को इसमें मीठा नहीं डालना है इसमें काफी ज्यादा मात्रा में कैल्शियम है और मैग्नीशियम भी है।
कैल्शियम इसमें काफी ज्यादा मात्रा में हैं इसीलिए ये हड्डियो को मजबूत करता है। बहुत से लोगो का पैर मुड़ा नहीं कि उनकी हड्डी फैक्चर हो जाती है तो ये हड्डियों को मजबूत बनाती है।
इसको या तो आप सुबह खाली पेट ले सकते हैं या फिर नाश्ते के एक घंटे बाद लें और अगर सुबह खाली पेट आपने इस चाय को पी लिया है तो फिर आधे घंटे बाद ही नाश्ता करें।
इस चाय को आप स्टील के बर्तन में या फिर पीतल के बर्तन में ही पकाएं और किसी भी बर्तन में इस चाय को कभी ना बनाएं।
आवश्यक सामग्री – ingredients for arjun ki chaal ki chai
- अर्जुन की छाल = एक छोटा चम्मच
- मिश्री पाउडर = एक चम्मच
- पानी = कप
अर्जुन की छाल की चाय बनाने की विधि – how to make arjun chaal tea
अर्जुन की छाल की चाय बनाने के लिए गैस को ऑन करके एक बर्तन में दो कप पानी डालकर रख दे। एक कप चाय बनाने के लिए दो कप पानी लेना है। पहले पानी को थोड़ा सा गर्म होने दें जब पानी हल्का गर्म हो जाए तो फिर इसमें आधा छोटा चम्मच अर्जुन की छाल का पाउडर डाल दें।
अब इसको ढक दें आप हमारे बताए अनुसार ही इस चाय को बनाएं अब गैस तो एकदम लो कर दें और जब तक पानी उबलकर एक कप ना रह जाए तब तक इसको पका लें।
हल्की आंच में इस चाय को बनाने में आपको 7 मिनट लगेंगे मीठे के लिए आप इसमें शहद, मिश्री धागे वाली गुड़ या चीनी भी डाल सकते हैं। जब चाय पककर एक कप रह जाएँ तो गैस बंद कर दे।
चाय को एक कप में छान लें आप भी चाय को बिलकुल इसी तरह से पकाएं तभी आपको ये फायदा देगी। अब इसमें एक चम्मच पिसी हुई मिश्री डालकर चलाते हुए घोल लें क्योंकि इस चाय की तासीर गर्म है। इसीलिए आप इसको सर्दियों में पिएंगे क्योंकि यह बहुत गर्म होती है।
आप इस चाय को नवंबर, दिसंबर, जनवरी और फरवरी चार महीने पी सकते हैं। अगर आप 4 महीने लगातार इस चाय को पिएंगे तो यह आपको पूरे साल बीमार नहीं होने देगी और हार्ट के लिए तो यह बहुत ही फायदेमंद होती है।
Kya Arjun ki chaal ki chai me mulethi, sof, sothn, ilayachi, long, jayfhal, misri aadi Mila k pee sakte hai
nahi
जिसका ब्लड प्रेशर लॉ है वह इस नियमित सेवन कर सकता है?
अगर हाँ तो किस मात्रा में?
क्या अर्जुन की छाल के पाउडर को रात में पानी में भिंगोकर सुबह उसका पानी लिया जा सकता है?
इसके लिए आप किसी अच्छे डॉक्टर से मशवरा लें
Hum rat ko bana ke rakh dete hi aur suba pe lete hi
कहीं कहीं इसकी तासीर ठण्डी बताई हैं जी गर्मियों में ज्यादा लाभदायक बताया है जी कहीं सर्दी में जी कृपया कन्फ्यूजन दूर करें जी
अर्जुन की छाल की तासीर ठंडी होती है जिन लोगों को सर्दी-खांसी रहती है वह डॉक्टर के मशवरे से ही इसे इस्तेमाल करें
हा डाल सकते है लेकिन थोड़ी मात्रा में
Kya iss chai ko gastric se pidit log le sakte hai pls reply kare aur agar le sakte hai to kitne dino tak
इसके लिए आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते है
Sir Patanjali ka Arjun ka packet use kr skte hai kya or koi acha powder h Arjun ki chaal ka to btaye plZ? Or isme dood ku ni daalna packet ke pche to likha hai dood dalna hai??plz reply
आप अर्जुन की छाल की चाय बनाकर पियेंगे तो ज्यादा अच्छा रिजल्ट मिलेगा पैकिट वाली इतनी बढ़िया नहीं होती
क्या इस चाय में उपर से थोड़ा दूध मिला सकते हैं
आप इसमें थोडा सा दूध डाल सकते है लेकिन अगर आप बिना दूध के पिए तो ज्यादा अच्छा रहेगा
Kay use regular chai ki yeah nahin pee sakte
आप इसे रेगुलर चाय की तरह पी सकते है
Ishki mujhe bhut Dino se flash thhki.ab mil hai aaj se Pena shuru krunga
Aapne kafi achhi jankari share kiya hain Thanks.