आजकल ग्रीन टी एक लोकप्रिय पेय पदार्थ बनता जा रहा है और ऐसा इसलिए हैं क्योंकि लोग इससे होने वाले स्वास्थ लाभों के बारे में जागरूक हो गए हैं। ऐसे लोग जो मोटापा कम करना चाहते हैं, पेट पर जमे हुए फैट को कम करना चाहते हैं, और अच्छी त्वचा और पाचन की प्रक्रिया में सुधार लाना चाहते हैं उर्जावान और स्वस्थ व सुन्दर बने रहना चाहते हैं, वे सभी ग्रीन टी का सेवन करते हैं। परन्तु इसका यह अर्थ बिलकुल नहीं है कि हम एक के बाद दूसरा कप ग्रीन टी ही पीते रहें।
येही एक ऐसी गलती है जो हम में से अधिकाँश लोग करते हैं। हमें इस बात को भी ध्यान में रखना चाहिए कि गलत समय पर ग्रीन टी पीने से कुछ दुष्परिणाम भी हो सकते हैं ग्रीन टी में कैफीन और टैनिन होता है जो कि गैस्ट्रिक जूस को पतला कर देते हैं तथा पेट को प्रभावित करते हैं और इसके कारण से जी मचलाना, गैस्ट्रिक पेन (दर्द) तथा पेट में अम्लता को बढ़ा सकता है।
अगर ग्रीन टी को सही समय पर तथा सही मात्रा में लिया जाए तभी हमें इसके अधिकतम लाभ मिलते हैं। दुनिया भर में की गयी खोजों और अध्ययनों से यही सिद्ध हुआ है कि ग्रीन टी से कई लाभ होते हैं परंतु इसका आवश्यकता से ज्यादा सेवन करने से स्वास्थ पर दुष्परिणाम भी हो सकते हैं। अगर आप ग्रीन टी पीने के सही तरीके के बारे में जानना चाहते हैं तो फिर इसे ज़रूर पढ़ें। यहाँ हम आपको ग्रीन टी पीने के उत्तम तरीके बताए गए हैं।
ग्रीन टी को खाली पेट कभी न पीयें

हम में से बहुत लोगों का यह मानना है कि खाली पेट ग्रीन टी पीने से हमारा शरीर अंदर से स्वच्छ (clean) होता है। ऐसा कभी नहीं करना चाहिए ग्रीन टी में कैफीन होता है जो कि गैस्ट्रिक जूस को पतला कर देता है तथा पेट और प्लीहा को प्रभावित करता है।
ग्रीन टी पीने का सही समय
अच्छे परिणामों के लिए खाना खाने के आधा घंटा पहले या खाना खाने के 1 से 2 घंटे बाद ही ग्रीन टी पीयें।
ग्रीन टी में दूध या शक्कर न मिलाएं

ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंटस और थियानाइन होते हैं जो कि स्वास्थ के लिए बहुत अच्छे होते हैं। परन्तु जब दूध में उपस्थित प्रोटीन और शुगर में उपस्थित कैलोरीज़ ग्रीन टी में उपस्थित फ़्लवोनोइडस से मिलते हैं तो नकारात्मक प्रतिक्रिया हो जाती है जिससे शरीर को ग्रीन टी से मिलने वाले लाभ नहीं मिल पाते हैं।
ग्रीन टी को शहद के साथ पीयें
ग्रीन टी में उपस्थित कैफीन और शहद में उपस्थित विटामिन्स नयूरोंस को पुनर्जीवित करते हैं तथा शरीर में उपस्थित फैट को बर्न करते हैं। शहद कैलोरीज़ कम करने में आपकी बहुत मदद करता है तथा ग्रीन टी चयापचय की दर को बढ़ाती है।
खाना खाने के तुरंत बाद ग्रीन टी कभी न पीयें

खाना खाने के तुरंत बाद ग्रीन टी कभी न पीयें। ग्रीन टी में उपस्थित कैफीन पाचन को प्रभावित करता है और पोषक तत्वों को शरीर में अवशोषित होने से रोकता है।
दिन में 2 से 3 कप ही पिएं
ग्रीन टी के अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए दिन में सिर्फ 2 से 3 कप ही ग्रीन टी पीयें। ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंटस और फ़्लवोनोइडस प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं इसका सेवन ज्यादा अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से शरीर में विषारी पदार्थों की मात्रा बढ़ जाती है और इससे आपका लीवर प्रभावित हो सकता है।
Wowww yaar Bohat Badiya Article. Bohat ache se btaya ap ne Green tea ke bare mein. Thank you so much