पहला सूत्र

जिस भोजन को पकाते समय सूर्य का प्रकाश और पवन का स्पर्श न मिले ऐसा भोजन कभी न खाएं अगर आज की भाषा में कहें तो प्रेशर कुकर का भोजन न खाना, माइक्रोवेव ओवन का भोजन न खाना और रेफरीजरेटर में रखा हुवा भोजन न खाएं

दूसरा सूत्र

भोजन बनने या पकने के 48 मिनट तक भोजन खा लेना चाहिए क्यूंकि 48 मिनट के बाद लगातार उसके न्यूट्रीयंट्स कम होने लगते हैं 2 घंटे बाद आधे न्यूट्रीयंट्स रह जायेंगे और 24 घंटे बाद भोजन में कोई न्यूट्रीयंट्स नही बचता

तीसरा सूत्र

तीसरा सूत्र यह है कि गेंहू का आटा जो खाए वो 15 दिन से अधिक समय का पिसा हुवा नही होना चाहिए और जई, मक्का, बाजरा का आटा 7 दिन से अधिक समय का पिस्सा हुवा नही होना चाहिए क्यूंकि....

तीसरा सूत्र

उसके बाद इनके न्यूट्रीयंट्स ख़त्म होने शुरू हो जाते हैं हर 15 दिन के बाद नया आटा ले आयें या पिस लें या फिर इतन ही आता पिसवाएं जितना की 15 दिन में ख़त्म हो जाए

चौथा सूत्र

चोथे सूत्र के अनुसार आप अपने शारीरिक श्रम को कम मत कीजिये जब तक आप 60 साल के न हो जाएँ, उन्होंने व्यक्ति के जीवन की 3 केटेगरी बनाई हैं पहली 18 साल तक और उससे कम उम्र के बच्चे दूसरी 18 से 60 साल तक और....

चौथा सूत्र

तीसरी 60 की उम्र से उपर के व्यक्ति, और 60 साल की उम्र के बाद शारीरिक श्रम कम होता जाना चाहिए और 18 से ज्यदा की उम्र के लोग अपने श्रम को बढाता जायें जैसे 19 की उम्र में 18 की उम्र से अधिक श्रम करें....

चौथा सूत्र

और 20 की उम्र में 19 की उम्र से अधिक श्रम करें और 18 साल से कम के लोगों के लिए उन्होंने कहा की उनके शरीर को अधिक श्रम करने की जरुरत खेलने के रूप में है आप उनको ज्यादा खेलने दीजिये और 18 से 60 की उम्र में ऐसा श्रम जिसमे....

चौथा सूत्र

उत्पादन हो माने कुछ फायदा हो जैसे चक्की चलाई तो आटा मिला और 60 के बाद इस श्रम को कम करते जाएँ

पांचवा सूत्र

आप अपने जीवन में तासीर का ध्यान रखिये आबो हवा का ध्यान रखिये वातावरण का ध्यान रखिये जहां आप रह रहे हैं भारत एक गरम देश है और कनाडा और अमेरिका ठन्डे देश हैं भारत एक गर्म देश है इसलिए यहाँ वात की प्रॉब्लम सबसे अधिक रहती है....

पांचवा सूत्र

पित्त और कफ हमेशा आपका कम रहेगा इसलिए भारत के लोगों को वाट के रोग सबसे अधिक हैं भारत के लोगों को 70% रोग वात के ही हैं 12 से 13 रोग पित्त के हैं और 10% रोग कफ के हैं तो ध्यान रहे कि ऐसे काम मत कीजिये....

पांचवा सूत्र

जिससे वात बढे. जैसे आप दौड़ लगाते हैं तो हमारे यहाँ दौड़ना नही है क्योंकि दौड़ने से शरीर की गर्मी बढेगी और वात बढेगा तो घुटने बहुत जल्दी आपके थकेंगे और जितने भी भारत के रनर है उनके 35 साल की उम्र के बाद घुटने बिलकुल ख़त्म हो जाते हैं....

पांचवा सूत्र

जैसे मिल्खा सिंह का कहना है कि उस समय तो वो दौड़ लिए लेकिन आज पता चलता है की दौड़ना नही था उनके दोनों नी जॉइंट्स परमानेंट डैमेज हो गये हैं तो भारत दौड़ने वाला देश नही है सिर्फ चलना है....

पांचवा सूत्र

इसलिए वागभट्ट जी कहते हैं कि भारत एक गर्म देश है ऐसा कोई काम न करें जिससे वात बढेगा और युरोपे जैसे देश ठन्डे हैं वहां कफ ज्यादा जल्दी बढता हैं इसलिए वहां के लोग ऐसा कोई काम न करें जिससे कफ बढे इसलिए वागभट्ट जी कहते हैं....

पांचवा सूत्र

कि तासीर का ध्यान रखें पित्त जो है सम ही रहता है. अगर इन सूत्रों का जीवन में पालन करेंगे तो आपको कोई रोग आ ही नहीं सकता.