लड़का व लड़की की पढ़ाई खत्म हुई नहीं कि घर वाले शादी के पीछे पड़ जाते हैं और अगर अच्छी-खासी जॉब भी लग जाए तो हर किसी का बस एक ही सवाल, “और भाई शादी कब रहे हो”?
आखिर शादी किस उम्र में की जानी चाहिए? ये एक बहुत बड़ा सवाल है शादी की परफेक्ट उम्र को लेकर कई तरह के अध्ययन और सर्वे भी किए जाते रहते हैं।
आइए जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर शादी की सही उम्र क्या है?
शादी के लिए तैयार होना
आज के ज़माने में लड़कियां अपने करियर को लेकर बहुत गंभीर रहती हैं। लेकिन शादी के बाद परिवार व घर संभालना भी लड़की की ही जिम्मेदारी होती है ऐसी स्थिति में किसी भी महिला के लिए इन दोनों जिम्मेदारियों को निभाने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार होना बहुत ज्यादा आवश्यक होता है।
पसंद-नापसंद की समझ आना
शादी की उम्र तक आते-आते इंसान को इतना तैयार हो जाना चाहिए कि वो समझ सके कि वे अपने पार्टनर से क्या चाहते हैं और क्या नहीं इस तरह से सही पार्टनर का चुनाव कर सकते हैं और इससे भविष्य में रिश्ते टूटने का खतरा भी काफी कम हो जाता है।
शारीरिक रूप से तैयार होना भी है बहुत जरुरी
शादी के कुछ महीनों बाद से ही ‘खुशखबरी’ की उम्मीद की जानी शुरू हो जाती है पार्टनर के लिए इस स्टेज के लिए तैयार होना भी बहुत जरुरी होता है और साथ ही इस दौरान कई शारीरिक बदलाव भी आते हैं।
हो खुद का बसेरा
अगर लड़का शादी के दौरान सेटल हो तो बात और भी बेहतर हो जाती है 23-24 की उम्र में भी अगर नौकरी लग जाए तो 29 तक आते-आते लड़का अपना घर खरीद सकता है और अपनी गृहस्थी को अपने दम पर बसा सकता है।
शादी की सही उम्र है 29 साल
अगर 29 की उम्र में शादी करते हैं तो फिर आपके ऐसे कई दोस्त होते हैं जो कि पहले ही शादी कर चुके होते हैं और आप उनकी गलतियों से सीखते हैं और आप अपने रिश्ते में ऐसी कोई भी गलतियां करने से बचते हैं इसलिए शादी की सही उम्र 29 साल है।
करियर बनाने के लिए मिलता है पर्याप्त समय
सिर्फ नौकरी लगना ही सबकुछ नहीं होता है असली संघर्ष तो नौकरी लगने के बाद ही शुरू होता है। नौकरी के दौरान भी कई पड़ाव आते हैं 4 से 5 साल का अनुभव हो जाने के बाद ही आप खुद को सेटल कह सकते हैं इसलिए अगर 23-24 की उम्र में नौकरी लग रही है तो अगले 4 से 5 साल करियर पर फोकस करना बहुत जरूरी होता है।
खुद को समझने लगते हैं
आप अपने पार्टनर से क्या चाहते हैं, इसके साथ ही यह समझना भी जरुरी है कि आप खुद से और अपनी जिंदगी से क्या-क्या चाहते हैं। उम्र के इस पड़ाव पर पहुंचकर आप अपनी प्राथमिकताओं को अच्छी तरह से समझने लगते हैं और उसी के हिसाब से अपने पार्टनर का चुनाव भी करते हैं।
ऐज गैप की समस्या होगी कम
अगर इस उम्र के दौरान शादी की जाएगी तो फिर लड़का और लड़की की उम्र में ज्यादा अंतर नहीं होगा दोनों ही समझदार और मैच्योर होंगे, और इससे उनके बीच झगड़े भी न के बराबर होंगे।