इस बदलते मौसम में हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए चलिए आज हम आपको बताते है।
जैसे कि बरसात का मौसम खत्म हो रहा है और सर्दियां शुरू हो गई हैं। ऐसे मौसम में हम अपनी हेल्थ को किस तरह से स्वस्थ रखें बदलते मौसम से बीमारियों से हम अपनी रक्षा कैसे करें। आज हम आपको इसी बारे में बताएंगे।
इस बदलते हुए मौसम में जैसे कि बारिश का मौसम खत्म हो रहा है और सर्दियां शुरू हो रही है। इस समय वातावरण में और हमारे शरीर में भी काफी ज्यादा चेंज होते हैं काफी ज्यादा उथल-पुथल होती है।
जिससे हम काफी प्रोन हो जाते हैं कुछ बीमारियों को एक्वायर करने के लिए तो उनसे हम अपनी सुरक्षा कैसे करें।
बरसात के जाते हुए मौसम में जल में आदिता होती है जिस वजह से जल एसिडिक हो जाता है। सर्दियों के शुरुआती दिनों में सूरज की प्रखर किरने पड़ने से पित का प्रकोप हो जाता है।
जिस वजह से कई तरह के सीजनल चेंजेज और कॉन्प्लिकेशन हमारे शरीर में हो जाते हैं। जैसे कि कोल्ड, कफ, एसिडिटी, लीवर संबंधित प्रॉब्लम, स्किन की प्रॉब्लम इस सीजन में ज्यादा हो जाती है।
अब हम इस से अपना बचाव कैसे करें अपना खानपान कैसे रखें और अपने आहार में किन चीजों का सेवन करें और किन चीजों का सेवन ना करें।
सर्दियों के इस सीजन में क्या खाएं और क्या ना खाएं?
अनाजो में गेहूं, जो, ज्वार, बाजरा इनका हम मिक्सर करके मल्टीग्रेन रोटी या चपाती का सेवन कर सकते हैं।
फलों में ठंडे फल जैसे कि आंवला, अंगूर, अनार, अंजीर, सेब, केला, गन्ना, छुआरा, मुनक्का आदि का सेवन कर सकते हैं।
दालों में हम मूंग की दाल, चने की दाल, मटर इत्यादि का सेवन भी कर सकते हैं। सब्जियों में हमें मेथी-पालक, चोलाई, करेला, लौकी, शलजम, गाजर, सींगरे इत्यादि का सेवन करना चाहिए।
हरे धनिये का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। क्योंकि ये बॉडी को डिटॉक्स करता है। हरा धनिया आप अपनी सभी सब्जियों में और दाल में भी डाल सकते हैं या फिर इसकी चटनी बनाकर अपने खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं। हरा धनिया डालने से दालों का स्वाद भी काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
इसके अलावा आप गुड़ शहद का इस्तेमाल भी कर सकते है।
नॉनवेज में आप मटन-चिकन का प्रयोग भी कर सकते हैं।
कौन-कौन से आहार हमें इस मौसम में नहीं खाना चाहिए?
मकई और रागी का प्रयोग ना करें दालों में कुलथी, उड़द की दाल, अरहर की दाल का प्रयोग ना करें इन दालों से एसिडिटी बढ़ती है। इसीलिए इस मौसम में इन दालों का प्रयोग ना करें और अगर करें तो बहुत ही कम करें।
इस मौसम में खट्टे फल नहीं खाने चाहिए जैसे कि कच्चा आम, स्टोबेरी, चेरी इत्यादि का प्रयोग ना करें। दही का सेवन भी सर्दियों में नहीं करना चाहिए। इसी तरह से छाछ कढ़ी का प्रयोग भी नहीं करना चाहिए।
सब्जियों में आप प्याज-लहसुन अरबी का सेवन कम करें।
जो लोग नॉनवेज खाते हैं वह इस मौसम में फिश और सीफूड ना खाएं।
अब हम बात करेंगे लाइफस्टाइल कि हमें इस मौसम में अपनी लाइफ स्टाइल को किस तरह से रखना चाहिए।
सुबह-शाम आप वॉक पर जाएं और अपने शरीर में चंदन और मुल्तानी मिट्टी का लेप लगाएं नहाने से पहले आप इसे हफ्ते में एक से दो बार भी कर सकते हैं जिससे आपको स्किन से संबंधित कोई भी रोग ना हो।
इस मौसम में आपको दोपहर की धूप में नहीं निकलना चाहिए और इसके अलावा दिन में सोना नहीं चाहिए।
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