बथुआ साग रेसिपी – Bathua Saag Recipe

बथुआ (bathua) एक ऐसी सब्जी या फिर साग (saag) है, जो गुणों की खान होने पर भी बिना किसी विशेष परिश्रम और देखभाल के खेतों में खुद ही उग जाता है। एक डेढ़ फुट का यह हराभरा पौधा जाने कितने ही गुणों से भरपूर है बथुआ के परांठे और रायता तो लोग चटकारे ले लेकर खाते हैं बथुआ का शाक पचने में हल्का ,रूचि उत्पन्न करने वाला, शुक्र तथा पुरुषत्व को बढ़ने वाला है। और यह तीनों दोषों को शांत करके उनसे उत्पन्न विकारों का शमन करता है। और विशेषकर प्लीहा का विकार, रक्तपित, बवासीर तथा कृमियों पर अधिक प्रभावकारी है।

इसमें क्षार होता है, और इसलिए यह पथरी के रोग के लिए बहुत ही अच्छी औषधि है इसके लिए इसका 10 से 15 ग्राम रस सुबह शाम लिया जा सकता है।

यह कृमिनाशक मूत्रशोधक और बुद्धिवर्धक है अगर किडनी की समस्या हो जोड़ों में दर्द या फिर सूजन हो तो इसके बीजों का काढ़ा बनाकर पीले और इसका साग भी खा सकते हैं बहुत फायदा मिलेगा।

गर्भवती महिलाओं को बथुआ नहीं खाना चाहिए।

एनीमिया होने पर इसके पत्तों के 25 ग्राम रस में पानी मिलाकर पिलाएं अगर आपको लीवर की समस्या है, या शरीर में गांठें हो गई हैं तो फिर पूरे पौधे को सुखाकर 10 ग्राम पंचांग का काढ़ा पिलाएं।

अगर पेट के कीड़े नष्ट करने हों या फिर रक्त शुद्ध करना हो तो इसके पत्तों के रस के साथ नीम के पत्तों का रस मिलाकर लें अगर शीतपित्त की परेशानी हो, तब भी इसका रस पीना लाभदायक होता है।

ठंड के दिनों में बथुआ बाजार में बहुत ही आसानी मिलने लगता है और बथुआ का साग बहुत ही पैष्टिक होता है इसमें प्याज़ मटर और टमाटर डाल कर बनाने पर बहुत ही ज्यादा स्वादिष्ट लगता है बथुआ बिहार में आलू, चना और गेहू के खेत में भी पाया जाता है तो फिर आइये हम बथुआ का साग बनाते हैं।

आवश्यक सामग्री – necessary ingredients – bathua saag banane ki vidhi

  • बथुआ = 500 ग्राम
  • टमाटर = दो अदद, बारीक़ कटे हुए
  • हरी प्याज़ =100 ग्राम बारीक़ कटी हुई
  • मटर दना = एक कप
  • हरा धनिया = दो चम्मच बारीक़ कटा हुआ
  • हरी मिर्च = दो अदद, बारीक़ कटी हुई
  • ज़ीरा = आधा चम्मच
  • सरसों तेल = दो बडे चम्मच
  • ज़ीरा = आधा चम्मच
  • कालीमिर्च पाउडर = आधा चम्मच
  • नमक = स्वादअनुसार

विधि – how to make bathua saag recipe

सबसे पहले बथुआ के डंठल को तोड़ कर साफ कर ले और अब इसे पानी से खूब अच्छी तरह से बथुआ को धो ले और जब इसका सारा पानी निकल जाएं तो साग को बारीक़-बारीक़ काट ले।

हरी प्याज़ को साफ कर के पानी से धो कर बारीक़-बारीक़ काट ले कढ़ाई को गर्म करे और सरसों का तेल डाले जब तेल अच्छे से गर्म हो जाएं तो फिर इसमें ज़ीरा-हरी मिर्च से तड़का लगाएं।

और बारीक़ कटी हुई प्याज़ डाल कर भुने फिर जब प्याज़ सुनहरी हो जाएं तो फिर इसमें मटर डाल कर भुने फिर हरी प्याज़ डाल दे और थोड़ी देर भूनने के बाद ज़ीरा-काली मिर्च पाउडर स्वादअनुसार नमक डाले।

और फिर इसमें बथुआ का साग डाल कर अच्छी तरह से चलाएं और ढक्कन से ढक दे थोड़ी-थोड़ी देर बाद साग को चलाते रहे।

जब साग अच्छे से गल जाएं तो गैस को कम कर दे और धीमी आंच पर पकाएं और साग का सारा पानी सुखा दे जब साग अच्छी तरह से पक जाएं तो बारीक़-बारीक़ कटा हुआ हरा धनिया डाल कर अच्छी तरह से मिक्स कर ले।

अब आपका बथुआ का साग बनकर तैयार है इसे रोटी या फिर दालचावल के साथ खाए।

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